Angrezi ki Agrapooja HINDI Content

इस पुस्तक को पढ़ने के बाद आप यह अनुभव करेंगे कि सांस्कृतिक और भाषाई चेतना को लेकर हमारा देश बेहोशी की सीमा तक गई, गहरी नींद में सोया हुआ है। सोए हुए व्यक्ति को तो यह खबर ही नहीं होती कि वह सोया हुआ है। एक जागा हुआ व्यक्ति ही उसे उठाने का प्रयास कर सकता है। ऐसा ही राष्ट्रप्रेम से भरा प्रयास इस पुस्तक में हुआ है।                            
■ प्रकाशक
(श्रेष्ठ पुस्तकें, जीवन सँवारें...)

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